बच्चो के लिए पोएम | Baccho ki poem

Hindi poem for kids

बच्चो के लिए पोएम | छोटे बच्चो के लिए हिन्दी पोएम |

मेरी गुडिया पोएम | Hindi poem for kids|

बच्हिचो की हिन्दी  पोएम
Doll Hindi Poem

डॉक्टर देखो अच्छी तराह,
मेरी गुड़िया रही कराह |
कल बरसा था छम छम पानी|
उसमे भीगी गुड़िया रानी
डॉक्टर डॉक्टर दे दो पुड़िया,
ले जाति हूं अपनी गुड़िया,
जब तक उतरे नहीं बुखार
तब तक पैसे रहे उधार |

प्यारे बच्चो पोएम |

कलियाँ कहती प्यारे बच्चो,
सीखो तुम मुस्कुराना
रंग बिरंगे फूल सिखाते
हँसना और हँसाना |
कोयल कहती मीठा बोलो,
गाओ मीठा गाना |
दीदी कहती सीखो बच्चो
पढ़ना और पढाना |

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चूहा और बिल्ली हिंदी पोएम |Baccho ki poem

baccho ki poem
baccho ki poem | चूहा और बिल्ली की पोएम |

चूहा बोला बिल्ली से,
क्या तुम आई हो दिल्ली से?
बिल्ली बोली नहीं भाई,
आओ खिलाऊं तुम्हें मिठाई |
चूहा बोला नहीं बहना,
कृप्या मुझसे दूर ही रहना |

25 फलो के नाम | 25 fruits name |

खरगोश पोएम | बच्चो के लिए पोएम

एक जंगल में था खरगोश,
एक दिन हो गया वो बेहोश |
उसे बचाने बंदर आया,
साथ में अपने डॉक्टर लाया।
डॉक्टर ने उसे सुईं लगायी,
तब खरगोश को होश आई |

मछली रानी हिन्दी कविता | Hindi Poem for kids

मछली पानी की महारानी,
चारो ओर है इसके पानी |
इसको है पानी ही भाता,
बाहर ना इससे रहा जाता |
पानी में ही खुश ये रहती ,
पानी से बाहर जिंदा ना रहती |

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भालू पर पोएम | बच्चो के लिए पोएम

भालू आया भालू आया,
साथ में अपने चूरन लिया |
उसका चूरन बड़ा ही स्वादु ,
जिसको खाते हाथी दादू |
भालू का चूरन शेर को भी भाया ,
ख़ूब मज़े से सबने खाया |

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Baccho ki Poem | हिन्दी पोएम

Bacho ki poem

Baccho ki Poem | छोटे बच्चो के लिए बनाई गयी हिन्दी poem | ऐसी बाल कवितायेँ बच्चो को बहुत पसंद आती हैं आपको ऐसी बहुत सारी कविता , कहानी , हमारी website पर मिल जाएँगी | यह website ही बच्चो के लिए बनाई गयी है |

Baccho ki Poem | रेल का कमाल |

काला इंजन डिब्बे लाल,
छुक-छुक करती रेल कमाल |
गाँव-गाँव और शहर-शहर तक,
ठेर -घूम कर सैर कराती |
सर्दी – गरमी या बरसे पानी,
इसने हार कभी न मानी |

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Baccho ki Poem
Baccho ki Poem

English font

kaala Injan Dibbe lal,
chhuk chhuk krti Rail kamal
Ganv-Ganv aur Shehr-ShehrTak
Thair ghum kar sair krati
Sardi-Garmi ya Barse pani
Isne haar kbhi na maani

सडक सुरक्षा poem | हिन्दी पोएम|

सडक बनी है लम्बी चोडी ,

इस पर जाए मोटर दोडी |

सब बच्चे पटरी पर जाओ ,

बीच सडक पर कभी ना आओ |

आओगे तो दब जाओगे ,

चोट लगेगी पछताओगे |

बच्चो के लिए हास्ये कविता – पढ़ें

English Font

Sadak bani hai Lambi Chhodi

Is par jaye Motor doudi

Sab Bacche patri par jao

Bich Sadak par kbhi na aao

Aaoge to Dab Jaoge

Chhot lgegi Pachtaoge.

| Hindi Poem|

| अपना गाना poem |

पीले-पीले भुट्टे खाओ,
मोटे-तगड़े तुम बन जाओ |
फिर मुझको तुम सैर कराना ,
नहीं चलेगा कोई बहाना |
चंदा हंसकर मारे ताना ,
उसे सुना दो अपना गाना |

hindi poem
Bacho ki poem

English font

Pile Pile Bhutte khao,
Mote Tagde Tum ban jao
Phir mujhko Tum sair krana
Nhi chlega koi bhana
chanda hanskar mare Tana
Use suna do Apna Gana

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kavita in Hindi | Batuni kachua |

kavita in hindi

kavita in Hindi | Batuni kachua | छोटे बच्चो के लिए बाल कवितायेँ | इस पेज पर आपको ऐसी बहुत सारी कवितायेँ व कहानियां मिल जाएँगी | और कवितायेँ पढने के लिए इस link पर click करें – Hindi POEM | आशा है आपको ये कवितायेँ पसंद आएँगी |

Hindi Font

तीन मित्र थे बहुत पक्के,
एक कछुआ और दो बगुले
दूर देश था उनको जाना,
कछुए को था साथ ले जाना
वो लाए एक लंबी लकड़ी,
कछुए ने झट मुहं से पकड़ी
बगुलों ने जेसे भरी उड़ान,
कछुआ बोला वाह खुला आसमान,
जेसे ही उसने खोली जुबां
ज़मीन पर वो गिरा धडाम |

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Kavita in Hindi | Batuni kachua |

English Font

Tin Mitar the bhoot Pakke,
Aik Kachua aur Do Bagule
Door shehr tha unko jana,
kachue ko tha sath le jana
Vo Laye Aik Lambi Lakdi,
kachue ne Jhat Muh se Pakdi
Bagulo ne jese Bhari udaan,
kachua Bola wah khula Aasman
Jese hi usne kholi Zuban,
Zamen par vo gira Dhadam.

बिल्ली मौसी चली पढ़ाने | Cat Hindi Poem |

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Baccho ki poem | Hindi poem for kids |

meri dadi hindi poem

Baccho ki poem| अच्छे बच्चे poem |मेरी दादी poem|

HINDI POEM | daddi maa poem |

मेरी प्यारी दादी अम्मा, hindi poem
मेरी प्यारी दादी अम्मा, हिंदी poem

मेरी प्यारी दादी अम्मा,
मेरे पापा की वो मम्मा |
कहानी हमें सुनाती हैं,
लोरी भी सुनाती हैं |
जो हम करते कोई गलती,
थोड़ी डांट लगाती हैं |
फिर जब हम अपने कान पकड़ते ,
मुस्कुरा कर गले लगाती हैं |

English font

Meri pyaari Dadi Amma ,
mere Papa ki wo Mamma |
kahani humein sunaati hain ,
Lori bhi sunaati hain |
jo hum karte koi galti ,
thodi daant lagati hain |
fir jab hum apne kaan pakadte ,
muskura kar gale lagati hain |

Baccho ki Poem | लड़ना झगड़ना है बुरा poem | हिंदी poem for kids |

लड़ना झगड़ना है बुरा poem | baccho ki poem |
लड़ना झगड़ना है बुरा poem

चिंटू मिंटू थे दो भाई ,
करते रहते हर वक्त लड़ाई |
एक दिन मम्मी ने पास बुलाया ,
दोनों को प्यार से समझाया |
लड़ना-झगड़ना बहुत बुरा है ,
लड़ने का अंजाम बुरा है
दोनों को बात समझ में आई
फिर नहीं की कभी लड़ाई |

English font

Chintu Mintu the do bhai ,
karte rehte har waqt ladayi |
ek din mummy ne paas bulaya ,
dono ko pyaar se samjhaya |
ladna-jhagadna bahut bura hai,
ladne ka anjaam bura hai |
dono ko baat samajh mein aayi ,
fir nahi ki kabhi ladai |

Baccho ki Poem | अच्छे बच्चे हिन्दी कविता | Hindi poem |

अच्छे बच्चे हिन्दी कविता
अच्छे बच्चे हिन्दी कविता

अच्छे बच्चे

जो होते हैं अच्छे बच्चे,
काम वो करते अच्छे अच्छे |
मम्मी पापा का कहा मानते,
बुरे काम वो नहीं जानते |
सुबह सवेरे जल्दी उठते ,
रात को जल्दी सोने चलते |
home work वो समय से करते ,
सभी teacher की इज्ज़त करते |
हमेशा अच्छा अच्छा बोलते ,
झूठ नहीं सच्च बोलते |
बच्चो तुम भी अच्छे बन जाओ
और सभी के मनन को भाओ |

English font

Acche bacche
Jo hote hain acche bacche,
kaam vo karte acche acche.
Mummy kpapa ka khaa maante,
Bure kaam vo nahi jante.
subah savere jaldi uthte,
raat ko jaldi sone chalte.
Home work vo samay se karte,
Tabhi to teacher se nhi darte.
hamesha accha accha bolte,
jhoot nhi saccha bolte.
baccho tum bhi achey ban jao,
Aur sabhi ke mann ko bhao.

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