बच्चो को कोरोना से केसे बचाएं – Omicron 2022

बच्चो को कोरोना से केसे बचाएं -Corona Third wave | कोरोना के बाद उसके बदले स्वरूप ओमिक्रोंन ने दस्तक दे दी है और जेसे की हम लोग जानते हैं कोरोना की दूसरी लहर कितनी खतरनाक थी न जाने हमने कितने अपने प्रिय प्रियजनों को इसमें खो दिया है और अब एक तीसरी लहर दस्तक देने के लिए तय्यार है | ओमिक्रोंन के केस हर दिन तेज़ी से बढ़ते जा रहे हैं ऐसे में हमे ज़रूरत है सतर्क रहने की खासकर बच्चो के लिए | क्यूंकि बताया जा रहा था तीसरी लहर बच्चो के लिए ज्यादा खतरनाक साबित होगी |

ऐसे में आइए जानते हैं केसे अपने बच्चो को इस covid की तीसरी लहर से बचाया जाये | omicron या covid में वही लक्ष्ण देखने को मिलते हैं जो एक कोल्ड या सर्दी खांसी में होते हैं | वेसे भी अभी सर्दी का मौसम है इसमें बच्चे ठंड की वजह से बीमार हो जाते हैं इसलिए हमे ज़रूरत है बच्चो की इम्युनिटी मजबूत करने की क्यूंकि बच्चे हो या बड़े जब हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity system ) कमजोर होता है हमे बीमारी जल्दी से पकड़ लेती हैं इसलिए हम बात करेंगे 10 फूड्स की जो immunity मजबूत करने में बहुत लाभदायक हैं ताकि सर्दी हो या covid हर बीमारी से सुरक्षित रहें |

बच्चो की इम्युनिटी मजबूत करने वाले 10 फूड्स

  1. मौसमी फल ( seasonal fruits ) : मोसमी फल इम्युनिटी बूस्ट करने के लिए बहुत अच्छे होते हैं | fruits में potassium अच्छी मात्रा में होता है जो इम्युनिटी और health के लिए काफी अच्छा होता है | जेसे अभी सर्दी का मोसम है इसमें सेब बहुत आते हैं जो taste में बहुत अच्छे होते हैं इनको बच्चे आराम से खा सकते हैं साथ ही orange जिसमे vitamin C, fibre, potassium, folate भरपूर मात्रा में होता है जो इम्युनिटी मजबूत करता है | साथ ही papaya यानी पपीता जो इम्युनिटी सिस्टम के साथ साथ कब्ज़ वगेरा जेसी पेट से जुडी समस्याओ को दूर करता है | अगर बच्चे को कब्ज़ की शिकायत है तो वह भी पपीता खाने से सही हो जाएगी |

2. बेरीज ( Berries ) : बेरीज जेसे रस बेरी , चेरी , स्ट्रॉबेरी , यह शरीर की रोग प्रतिरोग अक्षमता को मजबूत करते है | इसमें एक प्रकार का फ्लेवोनोइड होता है जिसे एंथोसायनिन कहा जाता है जिसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो शरीर की प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं | एंथोसायनिन जो बेरीज में होता है वायरल बुखार से बचाता है |

(इम्युनिटी केसे मजबूत करें )

३. खट्टे फल (citrus fruits ) : covid की दूसरी लहर में सभी लोग विटामिन c के सुप्प्लिमेंट ,टेबलेट्स आदि ले रहे थे क्यूंकि विटामिन c इम्युनिटी बूस्टर के रूप में जाना जाता है | हमारे शरीर में white blood cells (WBC ) होते हैं जो जो शरीर को बीमारी से लड़ने में मदद करते हैं और vitamin c इन WBC को बढ़ाता है | विटामिन c आपको संतरा , अमरुद निम्बू में भी मिल जाता है | विटामिन c आपको सर्दी खांसी से बचाता है इसलिए बच्चो को विटामिन c वाले फ्रूट्स देन जिससे उनका इम्युनिटी सिस्टम मजबूत हो साथ ही वह सर्दी (cold ) से बचे रहें |

4. हरी सब्जी ( Green leafy vegetables ) : हरी पत्तेदार सब्जियां जेसे मेथी, पालक, ब्रोकोली जो की रोग प्रतिरोधक क्षमता ​बढ़ाने का बेस्ट ऑप्शन है साथ ही जो पालक होता है इसमें जिंक , फोलेट , आयरन अच्छी मात्रा में होता है यह immunity को मजबूत करने में बहुत फायदेमंद है | लेकिन बच्चे यह चीज़ नही खाते तो आप बच्चो को पालक पनीर बना कर खिलाये जिससे वह आसानी से खा लें साथ ही उनकी immunity भी strong हो जाये |

बच्चो को कोरोना से केसे बचाएं ( बच्चो की immunity केसे बढ़ाएं )

5. बीज और मेवा (seeds and nuts ) : बीज जेसे सूरजमुखी के बीज , पटसन के बीज (flax seeds ) जो विटामिन इ से भरपूर होते हैं विटामिन इ शरीर को बीमारी से लड़ने में मजबूत करता है | nuts जेसे काजू , बादाम , अखरोट , इनमे भी विटामिन इ होता है साथ ही इसमें ओमेगा ३ फैटी एसिड होता हैं जो दिमाग के लिए काफी अच्छे हैं इससे आपके बच्चे का दिमाग भी तेज़ होता है | सुबह नाश्ते में 2-3 काजू बादाम ज़रूर शामिल करें |

6. अंडे ( Eggs ) : अंडा जो की एक superfood के नाम से भी जाना जाता है | जो पोषक तत्वों से भरपूर होता है साथ ही इसमें iron, protein, essential fatty acids, and Vitamins A, D, E, and B12 होता है | बच्चे या बड़े सभी इसको रोज़ सुबह खा सकते हैं | अंडे से जुडी गलत धारणा यह है के इसके पीले भाग से मोटापा बढ़ता है जबकि ऐसा नही होता अगर आप अंडे का पिला भाग निकाल कर खायेंगे तो आप अंडे का आधा प्रोटीन ही ले पाएंगे |

7. oats : oats जो आजकल एक फैशन ट्रेंड भी है यह nutrients और फाइबर से भरपूर होता है जो की पेट को साफ रखता है immunity system को मजबूत करता है | इसमें ध्यान रखने वाली बात यह है आप बाज़ार से मसाला या फ्लेवर ओअट्स न लेकर प्लेन oats खरींदे | प्लेन ओअट्स ज्यादा फायदेमंद होते हैं |

8. दही ( yogurt ) : दही में प्रोबायोटिक्स बहुत अच्छी मात्रा में मिलता है प्रोबायोटिक्स जो की एक गुड बैक्टीरिया होते हैं | जो हमारे शरीर के bad बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते हैं इससे हमारा पेट साफ़ रहता है साथ ही यह immunity system को मजबूत करता है | बच्चो के साथ बडो को भी खाने में एक कटोरी दही शामिल करनी चाहिए |

बच्चो को कोरोना से केसे बचाएं (Covid safety )

9.लहसुन ( Garlic ) : लहसुन जो हर घर में आसानी से मिल जाता है इसमें एंटीवायरल और जीवाणुरोधी गुण होते हैं | जो इम्युनिटी बूस्ट करने के लिए बहुत अच्छा साथ ही इसमें विटामिन c की तरह WBC को बढ़ाने के गुण होते है | इसलिए इसको अपने खाने में शामिल करने की कोशिश करें |

10. अदरक ( Ginger ) : अदरक कफ में काफी मदद करता है साथ ही गले की सुजन को भी कम करता है | एक चम्मच शहद में थोडा अदरक घिस कर पिलाने से कफ , खांसी , गले की सुजन आदि में काफी आराम मिलता है | अगर बच्चे को कोल्ड है तो आप यह दे सकते हैं | इसके अलावा हल्दी जिसमें एक तत्व होता है cur-cumin जो की immunity मजबूत करती है इसलिए हल्दी वाला दूध बच्चो को पिलायें ताकि उनकी इम्युनिटी strong हो जाये|

यह कुछ चीज़े हैं जिनसे आप बच्चो की immunity को मजबूत कर सकते हैं ताकि उनकी रोग प्रतिरोधक अक्षमता मजबूत हो और वह covid जेसी खतरनाक बीमारी से बचे रहे | ज़रूरी नही बच्चे ही यह चीज़े लें बड़े भी in चीजों के माध्यम से अपनी immunity strong कर सकते हैं और covid जेसी बीमारी से खुद को और बच्चो को सुरक्षित रख सकते हैं | मास्क और दुरी का भी ख्याल रखें | omicron symtomps

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छोटे बच्चे की बीमारी का इलाज – New born baby

छोटे बच्चे की बीमारी का इलाज

छोटे बच्चे की बीमारी का इलाज | छोटे बच्चो को, उलटी, दस्त, दूध ना पीना जेसी शिकायतें होती रहती है इसी के इलाज के लिए इस पोस्ट को बनाया गया है | इस विषय से सम्भंदित लोगो को बहुत कम जानकारी होती है इसीलिए इस पोस्ट का उद्धेश्य लोगो को जानकारी देना है | आईये जानते हैं बच्चो से सम्भंदित कुछ बीमारी और उसके इलाज के बारे में –

बच्चो की बीमारियाँ :

छोटे बच्चे को पेट फूलना , दस्त , खांसी , सर्दी, जुकाम , उल्टी आदि होने पर तुलसी के पत्तो का रस चीनी और पानी मिलाकर रस बना लें | इसका एक छोटा चमच्च पिलायें | इससे बीमारियाँ ठीक हो जाएँगी | निरंतर इसके प्रयोग से बच्चा ठीक रहता है | बच्चे की अच्छी सेहत बनाए रखने के लिए तुलसी और अदरक का रस गरम करके ठंडा होने पर शहद मिला कर पिलायें |

( बच्चे की बीमारी का इलाज )

छोटे बच्चे को दस्त और उलटी का इलाज :

नीबूं के रस की कुछ बुँदे पानी में मिलाकर पिलायें बच्चा दूध नही उलटेगा | छोटे बच्चो को दस्त आते हो तो गरम दूध में चुटकी भर पीसी हुई दल चीनी डाल कर पिलायें |

बच्चो को दूध से नफरत :

अगर बच्चा दूध नही पीता है तो दूध की जगह पर दही , छाछ , दूध से बनी दूसरी चीजें , खीर आदि दे कुछ हफ्तों बाद बच्चा खुद दूध पिने लगेगा | बच्चो की गिज़ा में तबदीली करते रहना चाहिए | केले को पीस कर दूध में मिलाकर दे सकते हैं |

बच्चे को कब्ज़ की शिकायत :

बच्चे को कब्ज़ हो तो हरड़ ( जो आम बड़ी हरड़ से बहुत बड़ी होती है जिसे लोग काबुली हरड़ भी कहते हैं ) ज़रा सी घिसकर और ज़रा सा कला नमक गरम पानी में मिलाकर पिला दें इससे बच्चे का कब्ज़ जल्दी ठीक हो जायेगा |

नवजात को हरड़ घिसकर हलके गरम पानी में मिलाकर घुट्टी की सूरत में पिलायें |

( छोटे बच्चे की बीमारी का इलाज)

बच्चो को ताकत देने वाली चीज़े – जाने के लिए click करें

छोटे बच्चे को ताकत देने वाली चीज़े

छोटे बच्चे की बीमारी का इलाज

baby diet | छोटे बच्चे को ताकत देने वाले चीज़े-new born baby healthy diet| नवजात बच्चे को अजवाइन और हरड घिसकर हलके गरम पानी में मिलाकर घुट्टी की सूरत में पिलायें | बच्चो से related और चीज़े जानने के लिए क्लिक करे – baby care

छोटे बच्चे को ताकत देने वाली चीज़े

orange: 6 हफ्ते की उम्र के बाद से ही फल , सब्जियों का रस , सूप दे सकते हैं| बच्चो को नारंगी (orange) का रस पिलाते रहने से बच्चे थोड़े ही वक़्त में मोटे ताज़े हो जाते हैं और उनकी बढ़त में भी तेज़ी होती है| हड्डियों की कमजोरी और टेढ़ापन दूर हो जाता है और हड्डियाँ मजबूत हो जाती हैं| बच्चा जल्दी चलने फिरने लगता है| डिब्बे या गाय का दूध बोतल से पिने वाले बच्चो को तो नारंगी का रस लगातार पिलाना ज़रूरी है |

बच्चे का आहारDiet for new born baby

गाजर : कमज़ोर बच्चो को गाजर का रस रोजाना तीन बार पिलाने से बच्चे सेहतमंद रहते हैं| सेहतमंद बच्चे को पिलाने से वह ताकतवर हो जाते हैं| बच्चे की माँ भी गाजर का रस पिये यह सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है |जिन बच्चो को पैदाइश से ही गाजर का रस दिया जाता है वह कभी बीमार नही होते ,दूध के साथ गाजर का रस पिलाने से बच्चे तेज़ी से बढ़ते है |

छोटे बच्चे को ताकत देने वाली चीज़े-new born baby healthy diet

सरसों का तेल : बच्चो को सरसों के तेल की मालिश करके धूप में लिटाना चाहिए |

आलू : आलू का रस दूध पीते बच्चो और बड़े बच्चो को पिलाने से वे मोटे ताज़े हो जाते हैं |

बादाम : बादाम में चूना , लोहा (iron) , फास्फोरस अधिक मात्रा में पाया जाता है जो अच्छो की हड्डियों की मजबूत करता है | दूध पिटे बच्चो के लिए रात को एक बादाम भिगो दें | सुबह पीसकर दूध में मिलाकर पिलायें |

New born baby healthy diet

लहसुन : दो चमच्च पानी में एक बूँद लहसून का रस चोथाई चम्मच शहद मिलाकर पिलाने से बच्चे की कमजोरी दूर हो जाती हैं |

जहाँ तक हो सके बच्चो को दवाएं नही देनी चाहिए | खाने पीने की आम चीजों से ही इलाज करना चाहिए |

बच्चे का आहार- Diet for new born baby

बच्चे का आहार- Diet for new born baby

बच्चे का आहार- Diet for new born baby | हमारे देश में बच्चे के आहार पर खास ध्यान नही दिया जाता है इसलिए हमने specially छोटे नवजात बच्चो के लिए यह पोस्ट बनाई है |

छोटे बच्चे को कितना दूध पिलाना चाहिए

बच्चा जब पैदा होता है तो पहले दिन उसे केवल 10 gram दूध की अवश्यकता होती है लेकिन दुसरे दिन उसे 85 ग्राम और तीसरे दिन 185 ग्राम आवशयकता होती है| यह गति तेज़ी से बढती रहती है यह तक की एक महीने की आयु में बच्चे को 725 ग्राम यानी 3 पाव दूध ज़रूरी हो जाता है |

छोटे बच्चे को दूध कितनी बार पिलाना चाहिए

दूध कितनी बार दिन में पिलाना चाहिए यह कुछ ठोस तरीके से नही कहा जा सकता हैं लेकिन यह कहा जाता है की बच्चे को तीन तीन या चार चार घंटे के बाद दूध पिलाना चाहिए लेकिन अब डॉक्टर्स का कहना है की जब बच्चे को भूक लगे उसे दूध पिला देना चाहिए और 24 घंटो में उसे 10-12 बार दूध पिलाना चाहिए वेसे भी बच्चा 12,14 घंटे सोता है और और 10 घंटे जागता है |

बच्चे का आहार- Diet for new born baby
बच्चे का आहार- Diet for new born baby

छोटे बच्चे को कोन सा दूध पिलाना चाहिए

बच्चे के आहार का ईश्वर ने बंदोबस्त किया है लेकिन हम उसे न मानते हुए डिब्बो में पैक आहार का प्रयोग करते हैं जो बच्चे की बुनियादी सेहत को भरी नुकसान पहुचाता है | अगर माँ के दूध और भेंस के दूध की तुलना करें तो दोनों के तत्वों की तरह उसका आहार भी अलग अलग होगा और इसलिए दिमाग और बच्चे की सेहत की बढ़त सही दिशा में नही होगी|जिसकी मिसाल है आजकल पतली पतली टांगो वाले बच्चे जिनको यही कुपोषण ले डूबता है | यह कपुषण माँ का दूध न मिलने या कम मिलने के बाद डब्बे के दूध से मिलता है |

छोटे बच्चे को ताकत देने वाली चीज़े- जानने के लिए क्लिक करें

माँ के दूध में बच्चे के लालन पालन के लिए इतने carbohydrates होते हैं जो शिशु की शारीरिक आवश्यकताओ के लिए पुरे होते हैं | ये कार्ब्स गाय , भेंस या डिब्बे के दूध में मिलना नामुमकिन हैं और इनकी प्रोटीन मात्रा भी अलग होता है और खालिस सूरत में यह शिशु को हज़म भी नही होता |

100 gram दूध में प्रोटीन, कार्ब्स आदि की मात्रा

इंसानी दूधबकरी का दूधगाय दूधभेंस का दूध
प्रोटीन1.543.35
carbohydrates6.5555
चिकनाई3.3447.5
namak10888
100 gram दूध में मोजूद प्रोटीन कार्ब्स

ध्यान रखने वाली बातें (बच्चे का आहार)

भेंस का दूध देते समय 100 ग्राम दूध में 200 ग्राम पानी मिलाना चाहिए | बच्चे को आधा चमच्च मलाई भी रोजाना देनी चाहिए | शिशु एक महीने का हो जाये तो उसे आधा चम्मच फलो के रस में आधा चम्मच पानी डालकर देना चाहिए | बच्चा जब 6 महीने का हो जाए तो सूजी का पतला हलवा एक चम्मच रोजाना देना बच्चे के लिए लाभदायक है |

4 महीने के बच्चे को पके हुए केले का छोटा सा टुकड़ा देकर देखे बच्चा पचा ले तो रोजाना 3,4 ग्राम पके केले का गुदा धीरे धीरे थोड़ी मात्रा में बढ़ाएं |

यह गलतियाँ न करें ( छोटे बच्चे के साथ करने वाली सावधानियां )

  • बच्चे को कच्चे और पके हुए खाने या चबाने वाली चीज़े उस समय तक न दें जब तक उसके दांत नही निकल आते |
  • बच्चे को घी , मक्खन , और चर्बी वाली चीजों से परहेज़ कराएँ |
  • एक साल से कम उम्र वाले बच्चे को पूरी या परांठे का टुकड़ा या आइसक्रीम या बर्फ का गोला बिलकुल न दें |
  • बच्चे को सूखे मेवे या ठोस खाना न दें |
  • एक से तीन साल की उम्र के बच्चे को रोजाना 1100 कैलोरीज की आवश्यकता होती है |
  • 4 से 6 साल के उम्र के बच्चे को रोजाना 1800 कैलोरीज की आवश्यकता होती है |
  • 7 से 9 साल के उम्र के बच्चे को रोजाना 1500 कैलोरीज की आवश्यकता होती है |
  • 10 से 12 साल के उम्र के बच्चे को रोजाना 2800 कैलोरीज की आवश्यकता होती है |