घोटालो की दुनिया – Corruption Hindi poem

घोटालो की दुनिया – Corruption Hindi poem | चारो तरफ घोटालो का बोल बोला है इसी के ऊपर कुछ पंक्तियाँ हमने लिखी है | motivational पोएम , पेड बचाओ पोएम आदि पढने के लिए क्लिक करें – shayari

घोटालो की दुनिया | corruption Hindi Poem |

घोटालों का चित्र तुम्हे भी आज बताने आया हूँ

सोया भारत क्योँ न जागा उठो जगाने आया हूँ

सोने की चिड़िया देश हमारा कहा कभी ये जाता था

सोना लूटा नेताओ ने , चिड़िया को मरवाया था

बच्चो जेसे खेल खिलाये राजनीति के नाम पर

सत्ताधारी सत्ता लूटे भगवान तेरे नाम पर

सवतंत्र भारत को लूटा तुमने , घोटालो में नाम दिया

भारत माँ की छाती पर ही, तुमने नंगा नाच किया

अगर देश में नेता न हो , तो आधा देश बर्बाद है

बिगड़ा नेता यहाँ मिला तो, भारत का सत्यानाश है |

भूखे नंगे लोग यहाँ पर , पहले करते थे चोरी ,

नेताओ की कोन भूख है, भरते रहते नित बोरी

आचरण न पावन जिसका , केसा नेता आया है

घोटालों में आज बंधुओ, भारत ने नाम कमाया है

माल मलीदा खा खा फटके, पेट सदा ही भरते हो

गरीब बेचारा भूखा मरता उसका ध्यान न धरते हो

किसने गायों का चारा खाया, किसने शक्कर मारी है |

अरे नेता जी ! हमे बता दो आगे क्या तेयारी है |

इस देश का मेरे क्या होगा ? | Ghotalo ki duniya |

जहाँ रक्षक, भक्षक बन जाये

उस, देश का मेरे क्या होगा ?

जहाँ देश नेता बन जाये , उस देश का मेरे क्या होगा

दम तोड़ रही मानवता

आतंक के सख्त शिकंजे में ,

जहाँ भ्रष्टाचार की जय होती , उस देश का मेरे क्या होगा

कैदी की आंख फोड़ रहे ,

अबला की अस्मत लूट रहे

नारी को जिंदा जलाकर

केवल धन दोलत के खातिर

जहाँ ऐसे नर पिशाच बसें , उस देश का मेरे क्या होगा

मजदूरों का शोषण कर करके

पूंजीवादी फल फूल रहे

जहाँ बसे ऐसे कर्णधार हो उस देश का मेरे क्या होगा |

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