Exam preparation tips in Hindi | केसे करें exam की अच्छी तेयारी| कोरोना के कारण दो साल तक केवल ऑनलाइन परीक्षा ही हुयी हैं जिस कारण अब ऑफलाइन परीक्षा देने में बच्चों के मन में डर है और थोड़ी आशंकाएं भी | बच्चों के लिए ऑफलाइन परीक्षाएं अब समस्या बन गयी हैं मगर परीक्षा तो देनी ही हैं और अच्छे नंबर से पास भी होना है | ऐसे में परीक्षा की तय्यारी और उससे जुड़े डर को इस तरह ख़तम किया जा सकता है :
जो मुशकिल है ,उसका अभ्यास (Practice) करें|
हर बच्चे को कुछ ख़ास विषय को समझने में और लिखने में परेशानी होती है | इस लिए उस विषय पर ख़ास धयान देने की आवश्यकता होती है | हर विषय को बस समझने की आवश्यकता होती है | जब विषय समझ आ जाता है तो लिखना आसान हो जाता है | अगर बच्चे शाम को दो घंटे पढ़ते हैं तो इसमें से ज़्यादातर टाइम उसी विषय के लिए निकाले | कम से कम आधा घंटा उस विषय को दें | इस दौरान केवल पढ़ें नहीं बल्कि परीक्षा की तर्ज पर लिखने का प्रयास भी करें | सवालो का पैटर्न और उन्हें हल करने का समय भी परीक्षा जैसा ही रखें |
कमरा व्यवस्थित रखें (सही चीज़े सही जगह पर )
बच्चे जिस भी कमरे में पढ़ते हैं उस कमरे को व्यवस्थित रखें | स्कूल बैग और कॉपी को भी अच्छे से विषय के अनुसार मैनेज कर के रखें | table कुर्सी पर पढना भी एक अच्छा उपाय है | इस से बच्चो को क्लास में बैठने का एहसास होता है जिससे बच्चे व्यवस्थित तरीके से पढाई करना सीखते हैं |
Exam preparation tips in Hindi
पुराने पेपर ढून्ढ कर लायें |
अगर बच्चो को उनकी क्लास के पिछले साल के प्रश्न पत्र मिल जाते हैं तो उनको लिखने की प्रैक्टिस करने का ये बोहत अच्छा तरीका हो सकता है | लेकिन अगर प्रश्न पत्र नहीं मिलते हैं तो पुराने छात्रो से पूछकर पुराने प्रश्न पत्र को कॉपी पर लिख लें | और फिर उस पेपर को तय समय सीमा में पूरा करने की तय्यारी करें |इस तरह से राइटिंग , राइटिंग स्पीड और समझ कर लिखने की क्षमता का अंदाजा हो जायगा |कई बार ऐसा करने इ बच्चे में लिखने को लेकर डर भी कम हो जाता है और लिख कर पेपर देना मुशकिल नहीं लगेगा बल्कि यह एक आसान काम हो जायगा |
योजना बनाएं ( make a planning )
बच्चों को एक ख़ास स्टडी प्लान बनाकर पढना चाहिए | इस स्टडी प्लान में कुछ देर लिखने का काम , कुछ देर रिविजन और कुछ देर रीडिंग शामिल कर लें | इस स्टडी प्लान को खासतौर पर पेपर के पहले बना कर लागू करें | ऐसा करने से बच्चे स्कूल जाकर परीक्षा देने के लिए पूरी तरह से तैयार हो जायंगे | क्यूंकि वो रेविज़न तो कर ही रहे हैं साथ ही लिखकर भी देख रहे हैं वो भी पूरी तय्यारी के साथ |इस दौरान बच्चे एक पेज राइटिंग भी कर सकते हैं |साथ ही प्रैक्टिस पेपर भी तैयार कर लें | ये सब स्टडी प्लान में शामिल करें |
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बोल कर पढने को बढ़ावा दें
जिस तरह आप बच्चे को लिखने के लिए प्रेरित करते हैं उसी तरह बच्चे को प्रेरित करे की वह बोल कर पढाई करें \ उसे रीडिंग करने के लिए कहें \रोजाना रीडिंग करने से बच्चे के मन में शब्दों का संग्रह होता जायेगा और बच्चे को पढाई अच्छे से याद रहेगी पढने से ये फायदा होगा की उसे पढ़े हुए शब्द याद रहेंगे और लिखने में उसे कोई दिक्कत नहीं आएगी \बोल कर पढने से ये फायदा होगा की अगर उसे बुक में लिखी भाषा याद नहीं रहती है तो भी अपनी भाषा में वेह पढ़ा हुआ लिख पायगा |