कुछ सीखो | Moral Hindi poem for children |

moral hindi poem for children

Moral Hindi poem for children | कुछ सीखो | सीख देने वाली हिन्दी कविता |

एक कविता थी जो बच्चों को सिखा दे,

नैतिकता की बातें उनको बता दे।

ये कविता उनके जीवन में जगाए,

और नेक आदर्शों को उनमें समाए।

जब वे कविता को सुनें और पढ़ें,

उनके अंदर नैतिकता की ज्योति जगें।

प्यार और सच्चाई के गीत सुनाएं,

और नफरत और झूठ से दूर भटकाएं।

कविता की रचना उनके मन में निवाए,

और अच्छे कर्मों के मार्ग पर ले जाए।

विचारों को प्रेरित करें,

अच्छा करें, और बुराई से हमेशा बचा रहें।

ये कविता जीवन में बदलाव लाए,

नैतिक मूल्यों को समझ में लाए।

बच्चों को सच्चाई से जोड़े,

और नई पीढ़ी को सदैव रोशनी दिखाएं।

कविता की छांव बच्चों के ऊपर छाए,

और नैतिक गुणों को वे अपनाए।

सीखो कविता से, आदर्शों का संगीत,

और बन जाओ बच्चों नेक इंसान के परिचित।

Moral Hindi Poem

खिलते रंगों की दुनिया में,
खुशियों से भरी खेलने की जगह।
एक बच्चा था, सच्चा और निर्मल,
उसके दिल में बसा प्यार का उत्सव।

जहाँ नैतिकता के मोर पर छाया,
उस बच्चे का आदर्श जगमगाया।
सत्य की राह पर उसने चला,
और दूसरों को भी उसी राह पर ले आया।

वह जानता था सत्य की महिमा,
और ईमानदारी की प्रशंसा।
उसने सबको बताया सम्मान का मोल,
और दया का मार्ग सिखाया सबको।

जहाँ जीवन में सुंदरता का नजारा,
उस बच्चे ने दिखाया हमें।
दयालुता से सबकी मदद की,
और बच्चों के सपने पूरे किए।

जब आत्मा में न्याय की चिंगारी जली,
उसने अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई।
प्यार का फूल फैलाकर उसने आँधी रोकी,
और सबको प्यार से गले लगाया।

हर कदम पर वह छोड़ गया परिचिति,
उसकी आदर्श गाथा थी निर्मित।
उसने हमें दया और सत्य सिखाया,
और हमें उसके नैतिक मार्ग पर चलाया।

हम सब मिलकर सीखें उस बच्चे से,
जिसने जगत को दिखाया राह सही।
प्यार और ईमानदारी से भरा उसका मन,
हमें दिखाए नेक जीवन की राह।

आओ आदर्शों का ज्ञान प्राप्त करें,
उस बच्चे के आचरण से प्रेरित हों।
जीवन को सुंदर और सच्चा बनाएं,
नैतिक मूल्यों को हम सब अपनाएं।

जागरूक बनें, सत्य के प्रचारक बनें,
अपने दिल में दया का प्रकाश जगाएं।
बच्चों के सपनों को हम सच करें,
और उन्हें साथ मिलकर पूरा करें।

जब न्याय की बात हो, आवाज उठाएं,
और अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ें।
आदर का खजाना हमेशा रखें,
और प्यार से हम सबको गले लगाएं।

इस बच्चे की बातों से हम सीखें,
और नैतिकता को अपने जीवन में जमाएं।
सच्चाई और प्यार का परिचय दें,
और दुनिया को नेक रास्ते पर चलाएं।

Moral Hindi Poem For children

माली अपने गुलशन को जलाने नही आते

कभी फूलो की महक को चुराने नही आते

भूल जाते हैं किसी पर करके एहसान

अच्छे लोग कभी एहसान जताने नही आते

जीते हैं जो औरों की ख़ुशी के लिए

वे लोग अपना दर्द बताने नही आते

छोड़ दो पूजा करनी भूत प्रेतों की

भगवान यहाँ किसी को डराने नही आते

अच्छाइंया अपना लो बुराई को त्यागकर

बार बार अच्छे इन्सान समझाने नही आते

सेवा करते हैं जो अपने माता- पिता की

उन्हें दुःख सताने नही आते |

इसी तरह की हिन्दी कविता पढने के लिए क्लिक करें – Hindi poem for kids

English font

Maali apne Gulshan ko jalane nhi aate
kbhi phoolo ko mehak ko churane nhi aate
Bhul jate hain kisi par karke Ehsan
Acche log kbhi Ehsan jatane nhi aate
Jeete hain jo Auro ki khushi ke liye
vo log Apna Dard Btane nhi aate
chhod do puja krni bhutt preto ki
Bhagwan yahan kisi ko drane nhi aate
Acchaiyan apna lo burai ko Tyagkar
Baar baar acche insan smjhane nhi aate
seva krte hain jo apne mata pita ki
Unhe dukh satane nhi aate

Moral Hindi poem for children

अनुशासन | Moral Hindi poem |

आओ अनुशासन को अपनाएं

इसके रंग मे ही रंग जाएँ

कोई कठिन यह काम नही

कोई असंभव यह बात नही

धक्का मुक्की मत करो

कक्षा मे शोर मत करो

अब प्राथना का समय हुआ

आकर पंक्ति मे लग जाओ

चाहे घर हो या स्कूल

अनुशासन को ना जाना भूल |

English Font

Aao Anushasan ko apnayen
iske rang me hi rang jayen
koi kathin yeh kam nhi
koi asambhav yeh bat nhi
dhakka mukki mat kro
kaksha me shhor mat kro
Ab prathna ka smy hua
Aakr pankti me lg jao
chahe ghar ho ya school
Anushasan ko na jaana bhool